ये आमेर का वह शासक थ, जो की जिसके समकालीन 7 मुगल बादशाह थे। ।
सवाई जयसिंह को सवाई की उपाधि ऑरेजगजेब के द्वारा दी गई थी ।
सवाई जयसिंह को मिर्जा राज्य जयसिंघ को शाहजहाँ ने दी थी ।
सवाई जयसिंह के समय से ही आमेर के शासकों के पहले सवाई शब्द का प्रयोग किया जाने लगा
सवाई जयसिंह के समय ही 1707 में ऑरेगजेब की मृत्यु हो गई थी । ओर उनके पुत्रों में उत्तराधिकारी बनने के लिय युद्ध छिड़ने लगा ।
जाजऊ युद्ध – आजम ओर मोजजम । इसमे मोजजम विजयी रहा ।
इस युद्ध में सवाई जयसिंह ने पहले आजम का साथ दिया लेकिन जेसे मोजजम की सेना जितन लगी तो ये मोजजम के साथ हो गाया ।
इस युद्ध के बाद मोजजम (बहादुर शाह ) सवाई जयसिंह से नाराज हो गया ओर उसने उसके भाई को आमेर का शासक बना दिया ओर आमेर का नाम बदलकर मोमीनाबाद रख दिया ।
देवारी समझोत – सवाई जयसिंह अमरसिंह द्वितीय ओर अजित सिंह के बीच हुआ , जिसमे अमरसिंह द्वितीय की पुत्री का विवाह सवाई जयसिंह के साथ किया गया था ।
सांभर युद्ध – सवाई जयसिंह ,मेवाड़ के शासकों ओर बहादुर शाह के मध्य हुआ था ।
इस युद्ध के बाद सवाई जयसिंह वापस आमेर का शासक बन गया थ ।
18 नोवेम्बर 1727 को जयपुर की स्थापना की थी ।
जयपुर की नीव पंडित जगगनाथ के द्वारा की गई थी ।
जयपुर का वस्तुकर विद्याधर भट्टाचार्य था ।
ये एकमात्र एस नगर हैं जो की वास्तुशास्त्र की तर्ज पर बना हुआ ह ।
मूल नक्शा इसका “सिटी पैलिस ” में रखा हुआ हैं ।
इसी सिटी पालस में दुनिया का सबसे बाद चांदी का घड़ा रखा हुआ ह , 1900 में माधो सिंह द्वितीय के द्वारा इसे राख्या गया था । ओर इसे गंगजली के नाम से भी जाना जाता हैं ।
जयसिंघ के द्वारा नाहरगढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया गया । सूदर्शनगढ़ दुर्ग
जयगढ़ दुर्ग के बाहर जलबान तोप रखवाई गई जो एशिया की सबसे बड़ी तोप हैं ।
1734 मे हुरडा सम्मेलन में सवाई जयसिंह ने भाग लिया ठ अ।
सवाई जयसिंह ने 5 वेधशालाओ का निर्माण करवाया था ।
जयपुर वेधशाला को जंतर मंतर के नाम से भी जाना जाता हैं । इसमे 12 यंत्र लगे हुए हीं । जिसमे राम यंत्र , सम्राट यंत्र >
1 अगस्त 2010 को इसे विश्व धरोहर की सूची में रखा गाया ।
सवाई जयसिंह ने जीज मोहम्मद शाही काव्य की रचना की जिसमे गढ़ नक्षत्रों की रचनाई मिलती हैं ।
इनके दरबार में पॉन्डरीक रत्नाकर , पंडित जगगनाथ प्रमुख विद्वान रहते थे।
सवाई जयसिंह ने अपनी पत्नी उदयपूरी रानी चंद्रकवरी की याद में सीसोदिया रानी का महल बनवाया था।