गणेश्वर सभ्यता
इस पोस्ट में हम आपको गणेश्वर सभ्यता के बारे में बताएंगे.
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- गणेश्वर सभ्यता नीमकाथाना सीकर में स्थित है
- गणेश्वर सभ्यता कानतली नदी के किनारे हैं
- गणेश्वर सभ्यता की खोज 1977 में आरसी अग्रवाल द्वारा की गई थी
- गणेश्वर सभ्यता प्राचीनतम तांबे के अवशेष के लिए जानी जाती है, इसीलिए गणेश्वर सभ्यता को ताम्र युगीन सभ्यता की जननी कहा जाता है
- गणेश्वर से ही संपूर्ण सिंधु सभ्यता में तांबे की आपूर्ति की जाती थी
अवशेष
- गणेश्वर सभ्यता से मछली पकड़ने का कांटा प्राप्त हुआ है
- गणेश्वर सभ्यता से तांबे की पिन ,बालों के लगाने वाली पिन ,और अंजन शलाका प्राप्त हुई है
- तांबे के बाण अग्र यंत्र प्राप्त हुए हैं
- गणेश्वर सभ्यता से पत्थर ही पत्थर के मकान प्राप्त हुए हैं
- गणेश्वर सभ्यता से पत्थर का बांध प्राप्त हुआ है
- गणेश्वर सभ्यता से थाली कटोरी और गिलास प्राप्त हुआ है
- गणेश्वर सभ्यता के खास बात यह थी कि यहां पर लोग शाकाहारी भी थे और मांसाहारी भी थे