UPSC New Chairman : संपूर्ण भारत की सबसे प्रसिद्ध परीक्षा यानी कि यूपीएससी को बीते दिनों एक नया अध्यक्ष मिला है, उनका नाम अजय कुमार है. हम इस पोस्ट में अजय कुमार जी के यूपीएससी के नए अध्यक्ष बनने तक के सफर के बारे में बात करेंगे, उनका एजुकेशनल बैकग्राउंड कैसा रहा है.

अजय कुमार जी का प्रारम्भिक जीवन
यूपीएससी के नए अध्यक्ष बने अजय कुमार का जन्म 2 अक्टूबर 1962 को उत्तर प्रदेश में हुआ था, आईआईटी में पढ़ाई करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करके नई ऊंचाइयों को छुआ है, विकिपीडिया पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार केरल राज्य में 30 सालों तक इन्होंने अलग-अलग विभागों में काम किया है, उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन से इकोनॉमिक्स में स्नातक और दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में मास्टर आफ आर्ट्स की डिग्री भी ले रखी है, आईआईटी के अलावा विदेश में ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय में भी इन्होंने मास्टर्स किया हुआ है
अजय कुमार जी की उपलब्धियां
अजय कुमार ने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री कर रखी है. इसके अलावा इन्होंने अप्लाइड इकोनॉमिक्स से मास्टर्स की डिग्री कर रखी है और यूनिवर्सिटी आफ मैं सोता अमेरिका से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी कर रखी है. भारतीय राष्ट्रीय इंजिनियर्स अकैडमी के साथ भी यह काम कर चुके हैं
अजय कुमार 1985 बैच केरल केडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं, वह अगस्त 2019 से अक्टूबर 2022 के बीच हमारे भारत के रक्षा सचिव रहे हैं. वह भारत में इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं. राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के महानिदेशक भी यह रहे हैं. इसके अलावा नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स पॉलिसी 2012 को फ्रेम वर्क में इन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इन्होंने भारत में के ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद बनाया और आत्मनिर्भर भारत के लिए पहल की, भारतीय सेवा से जुड़ी हुई अग्नि वीर स्कीम को रिस्ट्रक्चर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
भारत में महत्वपूर्ण सर्विसेज जैसे कि UPI , आधार और myGov जैसे मार्केट प्लेस को लागू करने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
अजय कुमार जी का कब तक रहेगा कार्यकाल
यूपीएससी को 14 May 2025 को नया अध्यक्ष मिला है, यूपीएससी में अजय कुमार को नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. उनका कार्यकाल 2025 से लेकर अक्टूबर 2027 तक रहेगा. 14 may 2025 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के माध्यम से इस जानकारी की प्राप्ति हुई है. इससे पहले यूपीएससी की अध्यक्ष प्रीती सुदन रही थी जिनका कार्यकाल 29 अप्रैल 2025 को खत्म हो चुका है.
किसे बनाया जाता हैं UPSC का चेयरमैन
देश के राष्ट्रपति के द्वारा यूपीएससी का अध्यक्ष चुना जाता है, संविधान के 316 – 1 के द्वारा इनको नियुक्ति दी जाती है। सदस्य के तौर पर काम से कम आधे सदस्य किसी लोक सेवा के सदस्य होते हैं जिन्हें भारत सरकार या राज्य सरकार के तहत काम से कम 10 साल का अनुभव होता है। भारत के राष्ट्रपति के द्वारा ही इनको हटाया जा सकता है। यूपीएससी का अध्यक्ष बनने के लिए अधिकतम आयु सीमा 65 साल तक होती है।
UPSC Chairman अजय कुमार की सैलरी
यूपीएससी के नए अध्यक्ष अजय कुमार की सैलरी ढाई लाख रुपए प्रति महीने रहेगी, जबकि यूपीएससी के सदस्यों की सैलरी होती है