Diwali Surya Grahan 2022 सूर्यग्रहण कितने से कितने बजे तक रहेगा

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Diwali Surya Grahan 2022 – surya grahan 2022 kab hai: कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या मंगलवार को आज खंडग्रास सूर्यग्रहण लग रहा है।। भारतीय समयानुसार देश में ग्रहण का time 4:29Pm से 5:22 PM तक रहेगा ।

diwali suryagrahan 2022 latest news
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Diwali Surya Grahan 2022 Latest News

भारत में सूर्य ग्रहण दिन में लगभग 2:30 से ही शुरू हो जाएगा जो लगभग शाम के 6.00 से 7:00 बजे तक रहेगा इसके 12 घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल शुरू हो जाएगा यानी 24 अक्टूबर से ही सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा इसके चलते सूतक काल में भी मंदिरों के दरवाजे बंद रहेंगे सूर्य ग्रहण के समय आपको क्या करना है क्या नहीं करना है इसकी जानकारी नीचे दी गई है

सूर्य ग्रहण के दिन किन बातों का ध्यान रखें

  • सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद किसी पवित्र नदी यथा गंगा, नर्मदा, रावी, यमुना, सरस्वती, इत्यादि में स्नान करें। यह संभव न हो तो तालाब, कुएं या बावड़ी में स्नान करें। यदि यह भी संभव न हो तो घर पर रखे हुए तीर्थ जल मिलाकर स्नान करना चाहिए।
  • ग्रहणसमाप्ति अर्थात मोक्ष होने के बाद स्वर्ण, कंबल, तेल, कपास या मच्छरदानी का दान किसी जरूरतमंद व्यक्ति को करना चाहिए।
  • भारत मे स्पष्ट रूप से खुली आँखों से दृश्य होने के कारण धर्मिक दृष्टि के साथ साथ ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है।
  • ग्रहण शुभ एवं अशुभ दोनों फल प्रदान करता है। अतः यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि आपने किस फल के अनुरूप कार्य किया है।
  • खण्ड सूर्य ग्रहण के सूतक काल में दान तथा जापादि का महत्व माना गया है। पवित्र नदियों अथवा सरोवरों में स्नान आदि के बाद मंत्रो का जप किया जाना श्रेष्ठ फल प्रदायक होता है तथा इस समय में मंत्र सिद्धि भी की जाती है। 
  • ग्रहण के सूतक तथा ग्रहण काल में व्यक्ति को अपनी इच्छापूर्ति के लिए स्नान, ध्यान, मन्त्र, स्तोत्र-पाठ, मंत्रसिद्धि, तीर्थस्नान, हवन-कीर्तन, दान इत्यादि कार्य करना चाहिए। ऐसा करने से सभी प्रकार के बाधाओं से निवृत्ति एवं सुख की प्राप्ति होती है।
  • तीर्थ स्नान, हवन तथा ध्यानादि शुभ काम इस समय में किए जाने पर मन प्रसन्न, शुभता प्रदान करने वाला तथा कल्याणकारी सिद्ध होते हैं। 
  • धर्म-कर्म से जुड़े लोगों को अपनी लग्न एवं राशि अनुसार अथवा किसी योग्य ब्राह्मण के परामर्श से दान की जाने वाली वस्तुओं को इकठ्ठा कर संकल्प के साथ उन वस्तुओं को योग्य व्यक्ति को दे देना चाहिए।