सामाजिक विज्ञान नोट्स -रीट 2022 -राजस्थान के युद्ध

इस पोस्ट में हम आपको राजस्थान के प्रसिद्ध युद्धों के बारे में बताएंगे. इस पोस्ट में हम आपको समय के अनुसार किस राजा ने किस राजा के खिलाफ युद्ध लड़ा उसके बारे में बताएंगे और हम आपको यह भी बताएंगे कि उनमें से यह युद्ध किसने जीता और यदि हमारे पास पर्याप्त जानकारी हुई तो हम हर एक युद्ध की कुछ एक विशेषता थी हम आपको बताएंगे. उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आएगी और आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करोगे. . नीचे दी गई पोस्ट में आप यह पढ़ सकते हैं .

1178अहिलवाड़ा माउंट अबू मूलराज द्वितीय ओर मोहम्मद गोरी मूलराज जीत
1191 तराइन का प्रथम युद्ध पृथ्वीराज चौहान ओर मोहम्मद गोरी पृथ्वीराज चौहान जीत
1192 तराइन का द्वितीय युद्धपृथ्वीराज चौहान ओर मोहम्मद गोरीमोहम्मद गोरी जीत
1227 भूताला का युद्ध जेत्रसिंह ओर इलतूतमिश जेत्रसिंह की विजय
1301 रणथंभोर का युद्ध अलाउद्दीन खिलजी ओर हममीर देव चौहान अलाउद्दीन खिलजी की जीत प्रथम साका
1303 चित्तौड़ का युद्ध अलाउद्दीन खिलजी ओर राव रत्न सिंह अलाउद्दीन खिलजी की जीत
1308 सिवाना का युद्ध अलाउद्दीन खिलजी ओर सतल देव अलाउद्दीन खिलजी की जीतबाड़मेर
1311 जालोंर का युद्ध अलाउद्दीन खिलजी ओर कान्हड देव अलाउद्दीन खिलजी की जीत
1437सारंगपुर का युद्ध महाराणा कुंभा ओर महमूद खिलजी महाराणा कुंभा की जीत
1517-18 खातोली का युद्धराणा सांगा ओर इब्राहीम लोदी राणा सांगा की जीतकोटा
1518 बाड़ी का युद्ध राणा सांगा ओर इब्राहीम लोदीराणा सांगा की जीतधौलपुर
1519 गागरोंन का युद्ध राणा सांगा ओर महमूद खिलजी द्वितीय राणा सांगा की जीतमालवा
1526 पानीपत का युद्ध बाबर ओर इब्राहीम लोदीबाबर की जीत हरियाणा
1527 बयाना का युद्ध राणा सांगा ओर बाबरराणा सांगा की जीतभरतपुर
17/3/1527खानवा का युद्ध बाबर ओर सांगा बाबर की जीतरूपवास भरतपुर
1534 चित्तौड़ का युद्ध बहादुर शाह ओर विक्रमद्वितीय विक्रमद्वितीय की जीत
1541 साहेबा का युद्ध मलदेव(मारवाड़) ओर राव जेतसी (बीकानेर)मालदेव की जीत जोधपुर
5/1/1544 गिरी सुमेल का युद्ध शेरशाह सूरी ओर मालदेव शेरशाह की जीत पाली
1567-68चित्तौड़ का युद्ध अकबर ओर उदय सिंह उदय सिंह की जीत
18/6/1576हल्दीघाटी का युद्ध महाराणा प्रताप ओर अकबर अकबर की जीत राजसमंद
1578 कुंभलगढ़ का युद्ध महाराणा प्रताप ओर शाहबाज खान शाहबाज खान की जीतराजसमंद
1582 द्विवेर का युद्ध महाराणा प्रताप ओर अकबर महाराणा प्रताप की जीत मेवाड़ का मेरथन
1644मतिरे की राड कर्ण सिंह ओर अमर सिंह अमर सिंह
1659देव राई का युद्ध ऑरनगजेब ओर दारोक्षिकोट ऑरनगजेब
1747राजमहल का युद्ध ईश्वरी सिंह ओर माधो सिंह ईश्वरी सिंह टोंक
1748बगरु का युद्ध माधो सिंह ओर ईश्वरी सिंह माधो सिंह जयपुर
1761भटवाड़ा का युद्ध शत्रुषाल ओर माधो सिंह शत्रु शाल कोटा
1787तुंगा का युद्ध प्रताप सिंह ओर मराठा प्रताप सिंह जयपुर
1807गिंगोली का युद्ध जगत सिंह ओर मान सिंह जगत सिंह नागौर
9/8/1857कुआड़ा का युद्ध तांत्या टोपे ओर अंग्रेज अंग्रेज भीलवाडा
8/9/1857बिथोड़ा का युद्ध शाल सिंह ओर ओनार सिंह शाल सिंहपाली
18/9/1857चेलावास का युद्ध कुशाल सिंह व पैट्रिक लारेन्स के मध्यकुशाल सिंह की विजयपाली काले गोरे का युद्ध
राजस्थान के युद्ध rajasthan ke yudh

चित्तौड़ का युद्ध ओर तीसरा साका

इस समय के अकबर के आक्रमण को देखकर उदायसिह गिरवा की पहाड़ियों में छिप गया । जयमल ओर फत्ता की वीरता से प्रसन्न होकर अकबर ने अगर किले के दरवाजे पर दोनों की हाथी पर सवार संगमरमर की मूर्तियाँ लगवाई । जबकि जयमल फत्ता की घोड़े पर सवार संगमरमर की मूर्तियाँ राय सिंह द्वारा जूनागढ़ बीकानेर में लगवाई । फत्ता की पत्नी फुलकाँवर ने जौहर किया । ये मेवाड़ का तीसरा साका कहलाता हैं ।

हल्दीघाटी का युद्ध

  • हल्दीघाटी युद्ध से पहले महाराणा प्रताप को समझाने के लिए चार व्यक्तियों को भेजा जो कि महाराणा प्रताप को अधीनता स्वीकार करवाने में असफल रहे
  • इसके बाद अकबर ने मैग्नीज के दुर्ग पर महाराणा प्रताप के खिलाफ युद्ध की योजना बनाई और अकबर ने मान सिंह के नेतृत्व में महाराणा प्रताप पर आक्रमण कर दिया
  • महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक था और इनका हाथी रामप्रसाद था
  • हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप घायल हो गए और झाला वृंदा ने महाराणा प्रताप का राजकोष कवच धारण करके युद्ध लड़ा
  • इस युद्ध में महाराणा प्रताप का सेनापति हकीम खां सूरी भी साथ था
  • हारती हुई मुगल सेना में जोश भरने के लिए मिहत्तर खान नामक व्यक्ति ने झूठी अफवाह फैलाई कि बादशाह सलामत स्वयं पधार रहे हैं। जिसके कारण मुगल सेना में फिर से जोश आ गया
  • हल्दीघाटी युद्ध का प्रत्यक्षदर्शी इतिहासकार बदायूनी था जिसने अपने ग्रंथ मुततखाब उत्त तवारीफ़ इस युद्ध का वर्णन किया
  • बदायूनी में इस युद्ध में राजपूतों के खून से अपनी दाढ़ी को धोया था
  • हल्दीघाटी युद्ध को अलग-अलग नामों से जाना जाता है
    • मेवाड़ की थर्मोपोली – कर्नल जेम्स टॉड
    • गोगुंदा का युद्ध- बदायूनी
    • खमनोर का युद्ध – अबुल फजल

कुंभलगढ़ का युद्ध

कुंभलगढ़ का युद्ध राजसमंद में महाराणा प्रताप और शाहबाज खान के बीच में लड़ा गया जिसमें महाराणा प्रताप की हार हुई और शाहबाज खान विजई हुआ। इस युद्ध के बाद पहली बार कुंभलगढ़ दुर्ग पर अधिकार किया गया। इससे पहले इस ग्रुप पर किसी ने अधिकार नहीं किया था और नहीं बाद में कर पाया।

बिथोड़ा(पाली) युद्ध 

आऊवा के ठाकुर कुशाल सिंह के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने जोधपुर के महाराजा तखत सिंह और कैप्टन हिथकोट की सेना को आऊवा के निकट बिथौड़ा नामक स्थान पर 8 सितंबर 1857 को हराया और 9 सितंबर को उन्होंने जोधपुर सेना के प्रमुख अनार सिंह को मार दिया।